UPSC के नए चेयरमैन बने अजय कुमार कौन? भारत के सबसे अनुभवी अफसरों में गिनती, केंद्र की कई बड़ी योजनाओं में अहम भूमिका

Who Is Ajay Kumar UPSC Chairman Know Everything About Him
UPSC New Chairman: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के नए चेयरमैन की नियुक्ति हुई है। पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार को यूपीएससी का नया चेयरमैन बनाया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अजय कुमार की नियुक्ति को मंजूरी दी। जिसके बाद केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने आदेश जारी कर इस संबंध में जानकारी दी और बताया कि पूर्व रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार UPSC की कमान संभालेंगे। यूपीएससी के अध्यक्ष का पद 29 अप्रैल को प्रीति सूदन का कार्यकाल पूरा होने के बाद रिक्त हो गया था।
गौरतलब है कि, पूर्व स्वास्थ्य सचिव और भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की रिटायर्ड अधिकारी प्रीति सूदन को जुलाई 2024 में UPSC अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। यूपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति 6 वर्ष की अवधि या 65 वर्ष की आयु तक के लिए की जाती है। UPSC में एक चेयरमैन और अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं। अब UPSC अध्यक्ष के रूप में नियुक्त अजय कुमार 1 अक्टूबर 2027 तक या अगले आदेश तक इस पद पर कार्य करेंगे।
कौन हैं यूपीएससी के नए चेयरमैन अजय कुमार?
यूपीएससी के नए चेयरमैन अजय कुमार का जन्म 2 अक्टूबर 1962 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। अजय कुमार IITian भी हैं। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है और इसके साथ ही वह यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा से अर्थशास्त्र और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर और पीएचडी की डिग्री भी हासिल किए हुए हैं। वहीं भारतीय प्रशासनिक सेवा में आने पर अजय कुमार केरल कैडर 1985 बैच के आईएएस अफसर बने।
इस समय अजय कुमार एक रिटायर्ड IAS अफसर हैं। आईएएस अफसर रहते अपनी लंबी प्रशासनिक सेवा (लगभग 40 साल) में कुमार ने कई अहम पदों पर काम किया। खास तौर से उन्होंने केंद्र में अपनी अहम भूमिका निभाई। अजय कुमार ने भारत के रक्षा मंत्रालय में 23 अगस्त, 2019 से 31 अक्टूबर 2022 तक रक्षा सचिव के रूप में काम किया और इस बीच भारत के रक्षा क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा देने और तंत्र को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने का काम किया।
रक्षा सचिव के तौर पर अजय कुमार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बनाने, अग्निवीर योजना, आत्मनिर्भर भारत पहल जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों को कंपनी बनाने में भी मदद की. वहीं अजय कुमार जिस भी क्षेत्र में नियुक्त रहे। वहां उन्होंने कई बड़े बदलाव किए। अजय कुमार भारत के सबसे अनुभवी अफसरों में से एक माने जाते हैं। केंद्र की कई बड़ी योजनाओं में उनकी अहम भूमिका रही है।
वहीं रक्षा क्षेत्र के अलावा अजय कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्य किया और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) के महानिदेशक के रूप में भी ज़िम्मेदारी संभाली। अजय कुमार की डिजिटल इंडिया के प्रारूप को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका रही। उन्होंने UPI, आधार, myGov और गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस जैसे डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट्स को लागू करने में मदद की। वहीं रिटायर होने के बाद भी अजय कुमार कई महत्वपूर्ण पहलों में शामिल रहे और विकासशील गतिविधियों और तकनीकी शैक्षिक क्षेत्र में लगातार काम कर रहे हैं।